Guide to FIRs in the Electricity Dept and Key Sections under the Electricity Act, 2003 | बिजली विभाग में FIR और विद्युत अधिनियम 2003 के तहत प्रमुख धाराएँ – पूरी गाइड

Electricity Theft FIR & Electricity Act 2003 Sections – Complete Guide

बिजली विभाग में FIR और विद्युत अधिनियम 2003 के तहत प्रमुख धाराएँ – पूरी गाइड

बिजली चोरी और अवैध कनेक्शन भारत में गंभीर अपराध माने जाते हैं। न केवल यह विभाग के लिए आर्थिक नुकसान पैदा करता है, बल्कि यह उपभोक्ताओं और समाज की सुरक्षा के लिए भी खतरा है। इसी कारण, भारत सरकार ने विद्युत अधिनियम, 2003 और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत कई धाराएँ बनाई हैं, जिनके तहत FIR दर्ज की जाती है और कानूनी कार्रवाई की जाती है।

विद्युत अधिनियम 2003 का परिचय

विद्युत अधिनियम 2003 भारत में बिजली उत्पादन, वितरण और उपभोग से जुड़े मामलों को नियंत्रित करता है। इसके प्रमुख उद्देश्य हैं:

  • बिजली चोरी को रोकना
  • बिजली की खपत का सही लेखा-जोखा रखना
  • उपभोक्ताओं और बिजली विभाग की संपत्ति की सुरक्षा
  • अवैध कनेक्शन और मीटर छेड़छाड़ पर कानूनी कार्रवाई करना

धारा 126 – अवैध कनेक्शन (Unauthorised Connection)

लागू कब होती है

बिना अनुमति या लाइसेंस के बिजली का उपयोग। उदाहरण: पड़ोसी के मीटर से सीधे कनेक्शन जोड़ना।

अपराध का प्रकार

संज्ञेय और गैर-जमानती

दंड / कार्रवाई

जुर्माना, अवैध कनेक्शन काटा जाना, गंभीर मामलों में जेल

कानूनी दृष्टिकोण

FIR तुरंत दर्ज हो सकती है। अवैध कनेक्शन से जुड़े सभी उपकरण जब्त किए जाते हैं। अदालत में जुर्माना और कनेक्शन काटने का आदेश दिया जाता है।

केस स्टडी

दिल्ली 2022: बिना अनुमति 3 कनेक्शन जोड़ने वाला व्यक्ति, FIR दर्ज और जेल।

धारा 135 – बिजली की चोरी (Theft of Electricity)

लागू कब होती है

  • सीधे तार डालकर बिजली का इस्तेमाल
  • मीटर में छेड़छाड़ करना
  • खपत छुपाना या चोरी के तरीके से बिजली का उपयोग

अपराध का प्रकार

संज्ञेय और गैर-जमानती; पुलिस बिना वारंट गिरफ्तारी कर सकती है।

दंड / कार्रवाई

जुर्माना, जेल, बिजली आपूर्ति काटना, चोरी की राशि वसूल करना

केस स्टडी

महाराष्ट्र 2021: 15 मीटर बायपास, 20 लाख रुपये चोरी, 12 आरोपी गिरफ्तार।

धारा 136 – बिजली लाइन और सामग्री की चोरी

लागू कब होती है

बिजली विभाग की संपत्ति चोरी करना। उदाहरण: खंभे, तार, ट्रांसफार्मर के पुर्जे।

अपराध का प्रकार

संज्ञेय और गैर-जमानती

दंड / कार्रवाई

जुर्माना, जेल, चोरी की वस्तु की वापसी / नुकसान की भरपाई

केस स्टडी

यूपी 2023: ट्रांसफार्मर चोरी, आरोपी को 3 साल जेल और जुर्माना।

धारा 138 – मीटर में छेड़छाड़ / कटे कनेक्शन जोड़ना

लागू कब होती है

  1. मीटर, तार या उपकरण में छेड़छाड़ करना
  2. बकाया बिल के कारण कटे कनेक्शन को बिना अनुमति जोड़ना

अपराध का प्रकार

संज्ञेय और गैर-जमानती

दंड / कार्रवाई

जुर्माना, कनेक्शन काटा जा सकता है, बकाया राशि वसूल, गंभीर मामलों में जेल

केस स्टडी

पंजाब 2022: कटे कनेक्शन को जोड़ने का मामला, FIR दर्ज, कनेक्शन काटा, जुर्माना।

धारा 138(b) – मीटर बायपास / चोरी बिजली

लागू कब होती है

मीटर बायपास कर सीधे बिजली का इस्तेमाल करना, ताकि खपत छुपाई जा सके।

अपराध का प्रकार

संज्ञेय और गैर-जमानती

दंड / कार्रवाई

जुर्माना, बिजली आपूर्ति काटना, जेल

केस स्टडी

महाराष्ट्र 2021: 10 घरों में बायपास मीटर पाए गए, आरोपी गिरफ्तार।

धारा 140 – जानबूझकर संपत्ति को नुकसान पहुँचाना

लागू कब होती है

बिजली उपकरण या लाइनों को जानबूझकर नुकसान पहुँचाना।

अपराध का प्रकार

संज्ञेय

दंड / कार्रवाई

जुर्माना और/या जेल, नुकसान की भरपाई

केस स्टडी

राजस्थान 2022: ट्रांसफार्मर में आग, FIR दर्ज, आरोपी को 2 साल जेल।

धारा 304A (IPC) – लापरवाही से मौत

लागू कब होती है

विभाग की लापरवाही (खुले तार, खराब रखरखाव) से किसी की मृत्यु।

अपराध का प्रकार

संज्ञेय

दंड / कार्रवाई

जेल, मुआवजा / नुकसान की भरपाई

केस स्टडी

बिहार 2021: खुले तार से 1 व्यक्ति की मौत। FIR 304A के तहत दर्ज।

बिजली चोरी और अवैध कनेक्शन से बचने के उपाय

  • कानूनी कनेक्शन लें
  • मीटर छेड़छाड़ न करें
  • बकाया बिल समय पर चुकाएँ
  • सुरक्षित उपकरण उपयोग करें
  • सावधान रहें और संदिग्ध गतिविधि विभाग को सूचित करें

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1: बिजली चोरी की FIR दर्ज होने पर क्या कार्रवाई होती है?
A1: FIR के बाद पुलिस या बिजली विभाग जांच करता है। जुर्माना, कनेक्शन काटना और जेल की कार्रवाई हो सकती है।

Q2: कटे कनेक्शन को जोड़ना अपराध है?
A2: हाँ, धारा 138 के तहत अवैध जोड़ना गंभीर अपराध है।

Q3: मीटर बायपास करना कानूनन अपराध है?
A3: हाँ, धारा 138(b) के तहत यह संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध है।

Q4: बिजली विभाग की लापरवाही से हुई मौत पर कौन-सी धारा लागू होती है?
A4: धारा 304A (IPC)।

Q5: अवैध कनेक्शन पकड़े जाने पर क्या जुर्माना लगाया जाता है?
A5: हाँ, जुर्माना लगाया जाता है और कनेक्शन काटा जाता है।

निष्कर्ष

बिजली चोरी, अवैध कनेक्शन और मीटर छेड़छाड़ गंभीर अपराध हैं। विद्युत अधिनियम 2003 के तहत FIR दर्ज करना और कानूनी कार्रवाई करना बिजली विभाग का अधिकार है। उपभोक्ताओं को कानून का पालन करना चाहिए और किसी भी प्रकार की चोरी या अवैध कनेक्शन से बचना चाहिए।

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